उज्जैन।शिप्रा नदी में नहाते समय एक महिला और उसका दो वर्षीय बेटा गहरे पानी में डूबने लगे। घाट पर मौजूद होमगार्ड सैनिक ने तुरंत नदी में छलांग लगाकर दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला। यह परिवार महाराष्ट्र से महाकाल दर्शन के बाद शिप्रा नदी पर स्नान के लिए पहुंचा था।यह घटना बुधवार सुबह रामघाट के आरती स्थल पर हुई। महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु परिवार के सदस्य नदी में स्नान कर रहे थे। इसी दौरान गहराई का अंदाजा न होने के कारण महिला और उसका दो वर्षीय पुत्र डुग्गू डूबने लगे।परिवारजनों की चीख-पुकार सुनकर घाट पर ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड सैनिक आशीष चौहान ने बिना समय गंवाए तुरंत नदी में छलांग लगा दी। उन्होंने बच्चे और उसकी मां को सुरक्षित बचाकर नदी से बाहर निकाल लिया। जवान की सतर्कता और त्वरित निर्णय से एक मासूम की जान बचाई जा सकी।इस साहसिक कार्य में सैनिक सन्नी परमार, सैनिक ईश्वर चौधरी और सुरेश सोलंकी ने भी मदद की। शिप्रा नदी के घाटों पर होमगार्ड और एसडीआरएफ के सैनिक श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगातार गश्त करते हैं।
रामघाट पर तैनात होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों ने पिछले महीनों में भी कई नागरिकों को डूबने से बचाया है। इस वर्ष के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान डूबने से बचाया गया है। उज्जैन होमगार्ड/एसडीआरएफ के इसी समर्पण और मेहनत के परिणामस्वरूप, 6 दिसंबर को होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट को 51 हजार रुपए की राशि से पुरस्कृत भी किया था।
